http://www.apnimaati.com/2012/10/blog-post_1293.html
अभी मेहनत बाकी है.वर्तनी के अशुद्दियां > बहुत खलती है.फिलहाल यहाँ देखेइगा.
मनमोहन कसाना {अब तक कई किताबो में कहानी ,कविता , अनुवाद , प्रकाशित ।
अपनी माती वेब पत्रिका के अनुसार युवा है , जोशीले है ।}
सभी चित्र {डेला और पत्ता} ब्लॉग से साभार
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